डीएम हर्षिता माथुर ने खोली शिक्षा की नई राह
टाइलीकरण में लापरवाही पर डीसी निर्माण का 7 दिन का वेतन रोका
रायबरेली। कलेक्ट्रेट सभागार में आज जिलाधिकारी हर्षिता माथुर की अध्यक्षता में जिला बेसिक शिक्षा टास्क फोर्स की बैठक हुई। बैठक में बच्चों के भविष्य को चमकाने के लिए एक के बाद एक सख्त और सकारात्मक फैसले लिए गए।
डीएम ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “बच्चों का सीखना हमारी पहली प्राथमिकता है। डिजिटल लाइब्रेरी, कौशल-आधारित शिक्षा, शिक्षण संकुल और हर विद्यालय में मूलभूत सुविधाएँ समयबद्ध पूरी होंगी। कोई ढील बर्दाश्त नहीं।”
पिछली बैठक में दिए गए टाइलीकरण कार्य के निर्देश की अवहेलना पर जिलाधिकारी ने तुरंत एक्शन लिया। डीसी निर्माण सत्यम पटेल (वर्मा) का सात दिन का वेतन रोकते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी को तत्काल आदेश जारी किया। डीएम ने चेतावनी दी – “लापरवाही करने वाले बचेंगे नहीं, काम करने वाले सम्मानित होंगे।”
बैठक में मिड-डे मील की गुणवत्ता, शौचालयों की स्वच्छता, पेयजल, बाउंड्री वॉल, विद्युतीकरण और कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में छात्राओं की सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया गया। सभी बीईओ को हर सप्ताह निरीक्षण कर रिपोर्ट देने के कड़े निर्देश दिए गए।
मुख्य विकास अधिकारी अंजूलता, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राहुल सिंह, डीआईओएस संजीव सिंह, सत्येंद्र कुमार, अरुण कुमार, पल्लवी सहित सभी संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।















