गीडा में 200 एकड़ जमीन आवंटन की धूम: श्रीसीमेंट, डीपीएस समेत बड़े निवेशकों को मिलेगी सौगात, दिवाली तक पूरी प्रक्रिया
गोरखपुर: गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) में निवेश की नई लहर चलने वाली है। दशहरा से दिवाली के बीच करीब 200 एकड़ जमीन के आवंटन की तैयारी जोरों पर है, जो औद्योगिक, व्यावसायिक और आवासीय क्षेत्रों को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी। भीटी रावत से धुरियापार तक फैले विभिन्न सेक्टरों में ये भूखंड उपलब्ध होंगे, जो गोरखपुर को औद्योगिक हब बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगे। गीडा प्रशासन की यह पहल न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगी, बल्कि हजारों रोजगार के अवसर भी पैदा करेगी। हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गीडा के स्थापना दिवस पर अदाणी ग्रुप को सीमेंट फैक्टरी और अमृत बॉटलर्स को कोका कोला बॉटलिंग प्लांट के लिए जमीन आवंटित की थी। इसी कड़ी में धुरियापार में केयान ग्रुप को भी जमीन दी गई है। अब नवरात्रि में आवेदन आमंत्रित करने की संभावना है, और 30 नवंबर को स्थापना दिवस पर सीएम के हाथों आवंटन पत्र वितरण की भव्य योजना है।
इस आवंटन में बड़े-बड़े नाम चमकने वाले हैं। श्रीसीमेंट, जो पिछली बार आवेदन न करने के कारण चूक गया था, ने हाल ही में 500 करोड़ रुपये के निवेश की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) सौंपी है। लाइफ केयर्स हॉस्पिटल ने भी 500 करोड़ के निवेश का प्रस्ताव रखा है, जो स्वास्थ्य क्षेत्र में क्रांति लाएगा। वहीं, डीपीएस ग्रुप गीडा में नया ब्रांच खोलने की योजना बना रहा है, जिसके लिए 50 करोड़ का निवेश प्रस्तावित है। इसके अलावा, ईएसआईसी ने 150 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव दिया है। ये सभी निवेश गीडा को पूर्वांचल का प्रमुख औद्योगिक केंद्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। गीडा सीईओ अनुज मलिक ने बताया, “200 एकड़ जमीन के आवंटन की तैयारी है। दिवाली तक आवंटन प्रक्रिया पूरी करने का प्रयास है। इसमें औद्योगिक, कमर्शियल और आवासीय भूखंड होंगे।” उनकी यह बात गीडा की तेजी से बढ़ती महत्वाकांक्षा को दर्शाती है।
यह योजना गोरखपुर के विकास की नई कहानी लिखेगी। कालेसर क्षेत्र में पहले ही 120 एकड़ जमीन खरीदी जा चुकी है, जहां आवासीय और व्यावसायिक प्लॉट विकसित हो रहे हैं। गीडा और यूपीडा मिलकर 2100 एकड़ से अधिक लैंड बैंक बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं, जिसमें सात गांवों की 5500 एकड़ जमीन का अधिग्रहण भी शामिल है। यह प्रयास रिलायंस, अदाणी, टाटा जैसे बड़े औद्योगिक घरानों को आकर्षित करने के लिए है। गीडा के पास वर्तमान में भीटी रावत और लिंक एक्सप्रेसवे के दोनों ओर 1000 एकड़ लैंड बैंक है, जहां 200 से अधिक उद्योगों को जमीन आवंटित हो चुकी है। धुरियापार औद्योगिक टाउनशिप के लिए 1150 करोड़ में से 575 करोड़ शासन से मांगे गए हैं, और खजनी तहसील के आठ गांवों में 500 एकड़ जमीन अधिसूचित की गई है।
नवरात्रि से शुरू होने वाले आवेदन प्रक्रिया में ऑनलाइन आवेदन के माध्यम से 500 वर्ग मीटर तक के भूखंड लॉटरी से और बड़े भूखंड साक्षात्कार से आवंटित होंगे। प्रीमियम का 30% आवंटन पर जमा करना होगा, शेष 70% 10 छमाही किश्तों में 10% वार्षिक ब्याज के साथ। यह प्रक्रिया निवेशकों के लिए पारदर्शी और सुगम होगी। गीडा सेवा पोर्टल का उद्घाटन भी सीएम के हाथों होगा, जो डिजिटल इंडिया की दिशा में कदम है। स्थानीय निवासियों और निवेशकों में उत्साह का माहौल है। एक निवासी ने कहा, “यह योजना गोरखपुर को नई पहचान देगी।” कुल मिलाकर, यह 200 एकड़ का आवंटन गोरखपुर को औद्योगिक राजधानी बनाने की दौड़ में तेजी लाएगा, और पूर्वांचल के विकास को नई गति देगा। उम्मीद है कि दिवाली की रोशनी के साथ ही गीडा की यह पहल चमकदार साबित हो।