भारी अनिमियता से निर्माण हो रही सड़क, जिम्मेदार मौन।
गोरखपुर। पिपरौली।क्षेत्र के नगवा से देईपार एन एच 28 लोक निर्माण विभाग के द्वारा पूर्वांचल विकास निधि योजना के अंतर्गत दो करोड़ रुपए के ऊपर की लागत से सड़क निर्माण का कार्य किया जा रहा है। जिसमें शासन के मापदंडों को दरकिनार कर करीब 2करोड़ 32लाख रूपए की कार्य मे लापरवाही पूर्वक सड़क निर्माण का कार्य किया जा रहा है।
सड़क निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे है।
विगत कई वर्षों से राजस्व ग्राम देईपार से नगवा होते हुए मुख्य मार्ग खजनी को जोड़ने वाली सड़क खडंजा था। जिसको देईपार निवासी चंद्रभूषण पाण्डेय वर्तमान प्रधान प्रतिनिधि ने जून 2022 को सदर सांसद रवि किशन को लिखित इस समस्या से अवगत कराया जिसको संज्ञान में लेते हुए निवर्तमान सांसद ने क्षेत्रीय लोगों की आवश्यकता को देखते हुए 22 जून 2022 को प्रमुख अभियंता को पत्र लिखकर सड़क निर्माण का आग्रह किया। 25 मार्च 2023 को विशेष सचिव कामता सिंह ने पूर्वांचल विकास निधि से स्वीकृत प्रदान करते हुए जिले के उच्चाधिकारियों को अवगत कराया।
वित्तीय वर्ष 2022–23 पूर्वांचल विकास निधि के अंतर्गत प्रांतीय खण्ड लोकनिर्माण विभाग द्वारा एनएच 28 नगवा होते हुए देईपार संपर्क मार्ग पर कुल करीब 2 करोड़ के ऊपर की धनराशि स्वीकृत हुई जिस पर एक एजेंसी द्वारा मानक विहीन कार्य कराए जा रहे हैं।
लोक निर्माण विभाग के सूत्रों की माने तो ग्रामीण क्षेत्र में पक्की सड़क के लिए एक–एक मीटर की पटरी आवश्यक है, खड़ंजे के ऊपर पत्थर का मानक साढ़े सात साढ़े सात सेंटीमीटर का दो लेयर पड़ना आवश्यक है उसके बाद दो सेंटीमीटर का सीसी करना हैं। स्थानीय ग्रामीण का आरोप है कि मानक की अनदेखी की जारही विनोद कुमार, भोलू चौहान, संदीप, छोटू, सोहन आदि का कहना है कि ठेकेदार द्वारा लगातार मनमानी तरीके से मानक विहीन कार्य किया जा रहा है।
इस संदर्भ में लोक निर्माण विभाग दो के अधिशासी अभियंता अरविन्द सिंह का कहना है कि खबर लिख दीजिए मैं इसमें कोई पक्ष नही दे सकता हूं।