छात्राओं बनीं सड़क सुरक्षा दूत: “सेफ ड्राइव, सेव लाइफ”
गोरखपुर। गंगोत्री देवी महिला महाविद्यालय व नर्सिंग कॉलेज में मंगलवार को “सड़क सुरक्षा जन-जागरूकता गोष्ठी” का आयोजन धूमधाम से हुआ। छात्राएं न सिर्फ सीखीं, बल्कि “सेफ ड्राइव, सेव लाइफ” की दूत बनकर लौटीं। सभागार देशभक्ति और जिम्मेदारी से गूंज उठा।“सपने टूटते हैं, वाहन नहीं” – एसपी यातायात राजकुमार पांडे
मुख्य वक्ता एसपी (यातायात) राजकुमार पांडे ने कहा, “2024 में उत्तर प्रदेश में 46,000 दुर्घटनाएं, 24,000 मौतें—ये आंकड़े अधूरी कहानियां हैं। हेलमेट, सीट बेल्ट, गति नियंत्रण अपनाएं। सड़क सुरक्षा कानून नहीं, संस्कार है।” उन्होंने छात्राओं से अपील की: “परिवार व समाज में जागरूकता फैलाएं।”“युवा ही बदलाव की धुरी” – रीना त्रिपाठी
संरक्षिका रीना त्रिपाठी बोलीं, “शिक्षा जीवन जीने की कला है। नियम पालन से हर घर तक संदेश पहुंचेगा।”“रफ्तार से पहले जिम्मेदारी” सीओ विवेक तिवारी
क्षेत्राधिकारी विवेक तिवारी ने कहा, “डिजिटल सिग्नलिंग, कैमरे मदद करेंगे, लेकिन असली बदलाव नागरिकों से आएगा।”यातायात निरीक्षक मनोज राय व संजय श्रीवास्तव ने ट्रैफिक नियम, लेन अनुशासन पर प्रकाश डाला। “अनुशासन किसी की जान बचाता है।”“सुरक्षा सेवा का विस्तार” प्राचार्य प्रकाश सिंह चौधरी
नर्सिंग कॉलेज प्राचार्य ने कहा, “छात्राएं फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनेंगी। प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षण जारी।”व्यवस्थापक आशुतोष मिश्र, प्राचार्या डॉ. पूनम शुक्ला ने संचालन किया। उप प्राचार्य डॉ. प्रियंका त्रिपाठी, लोरीटा याकूब, डॉ. प्रत्या उपाध्याय, संगीता पांडेय, अल्का चौधरी, ममता मौर्या, सिंधुजा, डॉ. सीमा, सुगंधा सिंह, रिंकू कुशवाहा उपस्थित रहीं।सामूहिक संकल्प: “हम नियम पालेंगे, दूसरों को प्रेरित करेंगे। सुरक्षित चलें, जीवन बचाएं।”गंगोत्री की यह पहल गोरखपुर में नई चेतना का प्रतीक बनी।















