पुलिस की तत्परता ने बचाई युवक की जान

पुलिस की तत्परता ने बचाई युवक की जान

 

गोरखपुर। गीडा के गाहासाड़ में मंगलवार दोपहर पुलिस की सजगता ने एक युवक की जिंदगी बचा ली। बिहार के विजय कुमार पारिवारिक विवाद के बाद ट्रेन से कटने की कोशिश कर रहा था, लेकिन पीआरवी की त्वरित कार्रवाई ने उसे सुरक्षित बचा लिया। स्वजन उसे शाम को घर ले गए।

पारिवारिक कलह से टूटा विजय

बिहार के किशनगंज जिले के पौवा थाना क्षेत्र के सराय कुरी निवासी विजय कुमार (पुत्र बंगारू लाल गणेश) की शादीशुदा जिंदगी में पारिवारिक विवाद ने उसे तोड़ दिया। वह किसी तरह गोरखपुर पहुंचा और गीडा थाना क्षेत्र के गाहासाड़ में रेलवे ट्रैक पर चला गया। विजय बार-बार ट्रैक की ओर जाता और लौट आता। करीब एक घंटे तक उसकी संदिग्ध गतिविधियों को देख स्थानीय लोगों को शक हुआ। एक सजग नागरिक ने तुरंत 112 नंबर पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी।

पीआरवी की सक्रियता, समय पर हस्तक्षेप

सूचना मिलते ही पीआरवी की टीम तत्काल मौके पर पहुंची और विजय को रेलवे ट्रैक के पास से सुरक्षित हिरासत में लेकर पिपरौली चौकी लाई। पूछताछ में विजय ने बताया कि पारिवारिक कलह के चलते वह मानसिक रूप से टूट चुका था और गाहासाड़ में ट्रेन के सामने कूदकर जान देना चाहता था। उसने बताया कि वह ट्रेन का इंतजार कर रहा था, लेकिन कोई ट्रेन नहीं गुजरी।

पुलिस ने जोड़ा परिवार से

पिपरौली चौकी प्रभारी संतोष सिंह ने तुरंत विजय के स्वजनों से बिहार में संपर्क किया। परिवार वालों को पूरी घटना की जानकारी दी गई। सूचना मिलते ही स्वजन गोरखपुर पहुंचे और शाम को विजय को अपने साथ घर ले गए। चौकी प्रभारी की सूझबूझ और मानवीय दृष्टिकोण ने न केवल विजय की जान बचाई, बल्कि उसे उसके परिवार से भी जोड़ा।

स्थानीय लोगों में पुलिस की सराहना

पुलिस की इस त्वरित और संवेदनशील कार्रवाई की इलाके में खूब प्रशंसा हो रही है। लोगों का कहना है कि पीआरवी की सक्रियता और चौकी प्रभारी की तत्परता ने एक अनमोल जिंदगी को बर्बाद होने से बचा लिया। यह घटना पुलिस की मानवीयता और जिम्मेदारी का जीवंत उदाहरण है। 

मानसिक स्वास्थ्य और जागरूकता की जरूरत

विजय की कहानी यह भी दर्शाती है कि पारिवारिक विवाद और मानसिक तनाव लोगों को कितना तोड़ सकते हैं। इस घटना ने समाज में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता और परामर्श की जरूरत को रेखांकित किया है। पुलिस ने न केवल विजय की जान बचाई, बल्कि समाज को यह संदेश भी दिया कि संकट के समय सही कदम और सहायता जिंदगी बदल सकती है।

Previous articleपिंक बूथों से महिला सुरक्षा को नया आयाम।
Next articleयूनियन बैंक की पहल: गीडा में स्वच्छता के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉली दान

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here