निर्मल मन जन सो मोहि पावा, मोहि कपट छल छिद्र न भावा …

•निर्मल मन जन सो मोहि पावा, मोहि कपट छल छिद्र न भावा ….

•भिटहॉ में स्वर्गीय पंडित सूर्य नारायण चतुर्वेदी की स्मृति में चल रहे श्रीराम कथा के छठे दिन राम की महिमा का बखान करते कथा वाचक। 

संत कबीर नगर 

•भिटहॉ गॉव में स्वर्गीय पंडित सूर्य नारायण चतुर्वेदी की स्मृति में चल रहे श्रीराम कथा के छठे दिन अयोध्या धाम से पधारे कथा वाचक आचार्य पंडित विनय ओझा ‘बाल व्यास’ ने श्रीराम की महिमा का बखान करते हुए कहा कि प्रभु नाम के संकीर्तन मात्र से जन्म जन्मांतर के पाप कट जाते हैं।उन्होंने कहा कि गोस्वामी जी लिखते हैं कि प्रभु श्रीराम उसी को मिलते हैं जिनका मन निर्मल होता है।भगवान को कपट और छल पसंद नहीं है।उन्होंने श्रीराम जी के गुणों का वर्णन करते हुए उनके चरित्र की महिमा बताई।

       श्रीराम कथा के छठे दिन श्रीराम विवाह के प्रसंग का वर्णन करते हुए आचार्य कथा वाचक ने कहा कि विश्वामित्र के साथ प्रभु श्रीराम और लक्ष्मण जनकपुर धनुृष यज्ञ में पहुंचते हैं।जहॉ माता जानकी का स्वयंबर आयोजित था।स्वयंबर में कई देश के राजा पहुंचे हुए थे।सीता स्वयंबर की शर्त थी कि जो शिव के धनुष को भंग करेगा उसी के गले मे सीता जी वरमाला पहनाएंगी।बारी-बारी से सभी राजा धनुष उठाने का प्रयत्न करते हैं लेकिन कोई भी शिव धनुष को हिला नहीं पाता है।अंत में गुरु विश्वामित्र की आज्ञा लेकर श्रीराम शिव के धनुष को भंग करते हैं।माता जानकी श्रीराम के गले में जयमाला डाल देती हैं।यह सुखद दृश्य देखकर देवता स्वर्ग से पुष्पवर्षा करने लगते हैं।राजा जनक अयोध्या के राजा दशरथ को इस बात की खबर भेजते हैं।राजा दशरथ अयोध्या से बारात लेकर जनकपुर पहुंचते हैं।जहॉ मंगलगीतों के साथ प्रभु श्रीराम और माता जानकी का विवाह होता है।विवाहोत्सव के दौरान पांडाल में मौजूद श्रद्धालुओं ने आचार्यों के साथ मंगल गीत गाकर राम विवाह की खुशियॉ मनाई।कथा की शुरुआत में मुख्य यजमान माता चंद्रावती देवी के साथ सूर्या संस्थान के चेयरमैन डा0उदय प्रताप चतुर्वेदी,एक्जीक्यूटिव एमडी सविता चतुर्वेदी,पूर्व प्रमुख राकेश चतुर्वेदी,राजन इंटरनेशनल की एमडी शिखा चतुर्वेदी, रत्नेश चतुर्वेदी,दिव्येश चतुर्वेदी,रजत चतुर्वेदी सहित परिवार के सदस्यों ने कथा व्यास की आरती उतारी। अंबा ग्रुप ऑफ एजूकेशन के प्रबंधक परमात्मा प्रसाद पांडेय,जिला पंचायत अध्यक्ष बलिराम यादव ने भी कथा व्यास की आरती उतारी।इस दौरान कथा व्यास ने आगंतुको और मीडिया कर्मियों को अंगवस्त्र व प्रसाद के साथ व्यास पीठ की ओर से आशिर्वाद दिया।इस मौके पर प्राचार्य वेद प्रकाश पांडेय,एसआर के सह प्रबंधक मनोज पांडेय,त्रिपुरारी तिवारी,अंकित पाल सहित सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।

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